1. Learn Astrology With Scientific Reasons

धनु लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल

धनु लग्न वाले जातकों की जन्म लग्न कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में धनु राशि या “9” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I योग कारक ग्रह (शुभ/मित्र ग्रह) : सूर्य (9th  भाव का स्वामी) मंगल देव (5th  & 12th भाव …

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वृश्चिक लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल

वृश्चिक लग्न वाले जातकों की कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में वृश्चिक राशि या “8” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I योग कारक ग्रह (शुभ/मित्र ग्रह) : सूर्य (10th  भाव का स्वामी) मंगल देव (1st  & 6th भाव का स्वामी) …

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तुला लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल

तुला लग्न वाले जातकों की कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में तुला राशि या “7” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I योग कारक ग्रह (शुभ/मित्र ग्रह) : शुक्र देव (1st  &8th भाव का स्वामी) बुध देव (9th & 12th  भाव …

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सिंह लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल

सिंह लग्न वाले जातकों की कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में सिंह राशि या “5” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I योग कारक ग्रह (शुभ/मित्र ग्रह) : सूर्य (1st  भाव का स्वामी) मंगल देव (4th  & 9th भाव का स्वामी) …

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मिथुन लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल & रत्न जानकारी

मिथुन लग्न वाले जातकों की कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में मिथुन राशि या “3” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I शुक्र देव (5th & 12th भाव का स्वामी) बुध देव (1st & 4th  भाव का स्वामी) शनि देव (8th …

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वृष लग्न कुण्डली में ग्रहों के फल & रत्न जानकारी

वृष लग्न वाले जातकों की कुण्डली में प्रथम भाव (जिसे लग्न भी कहा जाता है) में वृष राशि या “2” नम्बर लिखा होता है I नीचे दी गयी जन्म लग्न कुण्डली में दिखाया गया है I योग कारक ग्रह (शुभ/मित्र ग्रह) : शुक्र देव (1st  & 6th भाव का स्वामी) बुध देव (2nd & 5th  …

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मीन लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

सूर्य देव इस लग्न कुण्डली में 6th भाव के स्वामी होने के कारण रोगेष हैं l इस लग्न कुण्डली वाले जातक को सूर्य का रत्न माणिक धारण करना वर्जित माना जाता है l सूर्य देव के दान व पाठ करके जातक रोगों को कम कर सकता है l सूर्य देव को जल देकर भी रोगों …

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कुम्भ लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

चंद्र देव इस लग्न कुण्डली में रोगेष हैं l वह शनि देव के अति शत्रु हैं l इस लग्न वालों को चंद्र देव का रत्न मोती पहनना वर्जित माना जाता है l चन्द्रमा के दान करके जातक रोगों को कम कर सकता है l Learn Astrology in just 7 – 10 days : रोगों  के …

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मकर लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

बुध देव इस लग्न कुण्डली मे रोगेष होने के साथ अधिपति नवमेष भी हैं l तीसरे (नीच के), छठे , आठवें और बारहवें भाव में स्थित  उदय अवस्था के बुध देव का रत्न पन्ना कभी भी धारण नहीं किया जाता क्योँकि वह रोगों को बढ़ा देगा l इन घरों मे स्थित उदय बुधदेव के दान …

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धनु लग्न कुण्डली में रोगों का विश्लेषण

शुक्र देव इस लग्न कुण्डली के रोगेष भाव के स्वामी हैं l इस लग्न में शुक्र देवता का रत्न हीरा, ओपल या जरकन पहनना अति वर्जित माना जाता है क्योँकि वह रोगों को बढ़ावा देंगे l शुक्र देवता के दान पाठ करके ही रोगों को कम किया जा सकता है l Learn Astrology in just …

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